UPI होगा और भी तेज़: Paytm और PhonePe लेकर आए नए कमाल के फीचर्स
नई दिल्ली, जून 2025
भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था की सबसे बड़ी ताक़त बन चुका UPI (Unified Payments Interface) अब और तेज़, सुरक्षित और सभी के लिए सुलभ बनने जा रहा है। जहां NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) ने स्पीड और भरोसे पर ज़ोर दिया है, वहीं Paytm और PhonePe जैसी बड़ी पेमेंट कंपनियों ने नए-नए फीचर्स के ज़रिए UPI को हर किसी की ज़रूरत के हिसाब से और बेहतर बनाने की पहल की है।
ट्रांजैक्शन अब होगा और तेज़, फेल होने की दिक्कत भी कम होगी
NPCI ने एक नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत अब सभी बैंकों और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स (जैसे PhonePe, Paytm) को UPI के API रिस्पॉन्स टाइम को और कम करना होगा।
- अब ‘Request Pay’ जैसे आम पेमेंट रिक्वेस्ट का अधिकतम जवाब देने का समय 30 सेकंड से घटाकर 15 सेकंड कर दिया गया है।
- वहीं, ‘Check Transaction Status’ जैसे कामों के लिए यह समय घटाकर 10 सेकंड कर दिया गया है।
ये बदलाव 16 जून 2025 से लागू होंगे। इसका मतलब ये हुआ कि जब आप किसी को पैसे भेजेंगे या पेमेंट स्टेटस चेक करेंगे, तो आपको पहले से आधे समय में जवाब मिलेगा। इससे ट्रांजैक्शन फेल होने की संभावना भी कम हो जाएगी।
Paytm का बड़ा बदलाव: अब नंबर नहीं, नाम से होगा पेमेंट
Paytm ने 9 जून को कुछ ऐसे UPI फीचर्स लॉन्च किए हैं जो खासतौर पर गोपनीयता (प्राइवेसी) पर केंद्रित हैं।
- अब यूज़र्स अपनी पसंद का पर्सनल UPI ID बना सकते हैं — जैसे ram@ptyes या mohit@ptaxis।
- इसका फायदा यह होगा कि अब आपको पेमेंट के समय अपना मोबाइल नंबर शेयर नहीं करना पड़ेगा।
- साथ ही, अब Paytm से QR कोड स्कैन करके बिना नंबर शेयर किए भी पैसा भेजा जा सकेगा।
फिलहाल यह सुविधा Yes Bank और Axis Bank के ज़रिए मिल रही है, लेकिन जल्दी ही यह सभी बैंकों के लिए उपलब्ध होगी।
PhonePe की खास पेशकश: फीचर फोन वालों के लिए भी अब UPI
भारत में आज भी करोड़ों लोग ऐसे हैं जो स्मार्टफोन नहीं, बल्कि फीचर फोन का इस्तेमाल करते हैं। PhonePe ने अब उन लोगों के लिए भी UPI लाने का ऐलान किया है।
- इसके लिए PhonePe ने Gupshup की GSPay टेक्नोलॉजी का अधिग्रहण किया है।
- यह ऐप NPCI के UPI 123PAY प्लेटफॉर्म पर आधारित होगा, जो फीचर फोन पर काम करता है।
- इसके ज़रिए यूज़र बिना इंटरनेट, सिर्फ बटन दबाकर या ऑफलाइन QR स्कैन करके भी पैसा भेज सकेंगे।
इससे वे लोग भी डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल कर पाएंगे जिनके पास स्मार्टफोन या तेज़ इंटरनेट नहीं है।
ये बदलाव क्यों अहम हैं?
UPI का इस्तेमाल भारत में हर दिन बढ़ता जा रहा है, लेकिन अब सिर्फ संख्या बढ़ाना मकसद नहीं है। अब बात है:
गति की
पेमेंट बिना रुकावट, तेज़ी से हो
गोपनीयता की
मोबाइल नंबर की जगह UPI ID से ट्रांजैक्शन
समावेशन की
स्मार्टफोन नहीं है तो भी डिजिटल पेमेंट मिले
यही वजह है कि NPCI, Paytm और PhonePe की ये पहलें न सिर्फ तकनीकी सुधार हैं, बल्कि एक बड़े वर्ग को जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम भी हैं।